दलित, पिछड़े और आदिवासी केवल सत्ता हासिल करने के लिए हिंदू हैं। अन्यथा की स्थिति में वे अछूत और गुलाम शूद्र हैं। ये आदिवासी बहुल सोनभद्र जिले की खबर है जहां की आधी आबादी एससी और एसटी की है।